सीएम केजरीवाल के इस्तीफा की मांग को लेकर आप मुख्यालय पर भाजपा ने किया प्रदर्शन, वाटर कैनन से प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा घायल

Spread the love

नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी कार्यालय पर विराट प्रदर्शन कर दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की.

कार्यकर्ता आई.टी.ओ. के नज़दीक आंध्रा स्कूल पर एकत्र हुए और वहाँ से पुलिस बैरिकेड्स तोड़ कर आम आदमी पार्टी कार्यालय की ओर बढ़े तो पुलिस ने भारी बलपूर्वक रोक कर वीरेन्द्र सचदेवा सहित कई कार्यकर्ता घायल हुए. वीरेन्द्र सचदेवा को डा. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में ले जा कर भर्ती कराया गया है.नवीन शहादरा जिले के युवा मोर्चा अध्यक्ष राहुल पंडित भी प्रदर्शन में गंभीर रुप से घायल हुए और उनके पैर में फ्रैक्चर हुआ है.

पार्टी कार्यकर्ताओं ने बाल भवन मोड़ पर भ्रष्टाचार की प्रतिक अरविंद केजरीवाल सरकार का पुतला जलाया।

आंध्रा स्कूल के पास बने मंच से प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह द्वारा संचालित प्रदर्शन को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, सांसद डा. हर्षवर्धन, राष्ट्रीय प्रवक्ता शाजिया इलमी एवं सरदार आर.पी. सिंह, विधायक अजय महावर, श विजेन्द्र गुप्ता, श्री मोहन सिंह बिष्ट, अनिल बाजपाई के आलावा प्रदेश पदाधिकारी श्री अशोक गोयल, गजेंद्र यादव, विष्णु मित्तल, कपिल मिश्रा, प्रवीण शंकर कपूर, विनय रावत, लता गुप्ता, सुमित भसीन, श्री हरीश खुराना, इम्प्रीत सिंह बख्शी, बृजेश राय,श्री योगेश आत्रे, विक्रम मित्तल, अमित गुप्ता, विक्रम बिधूड़ी, सारिका जैन, श्री शुभेनदू शेखर अवस्थी, जिलाध्यक्ष विजेन्द्र धामा, विरेन्द्र गोयल, कुलदीप सिंह, संजय गोयल, श्री शिया राम शरण, श रमेश शौखंदा, रमेश चौटाला, श्रीमति पूनम चौहान, प्रदेश मोर्चा अध्यक्ष विनोद सहरावत, श्री मोहन लाल गिहारा, श्री नीरज तिवारी, सी.एल. मीणा, सागर त्यागी, निगम पार्षद सरदार राजा इकबाल सिंह संदीप कपूर, मनोज जिंदल, अर्जुन सिंह मारवाह आदि ने भी सम्मलित होकर सम्बोधित किया।

वीरेन्द्र सचदेवा ने अपने सम्बोधन में कहा दिल्ली उच्च न्यायालय के कल के निर्णय के बाद अरविंद केजरीवाल को मुख्य मंत्री बने रहने का कोई नैतिक ही क्या मुझे तो लगता है कानूनी अधिकार भी नही बचा है और अविलंब इस्तीफा दें अरविंद केजरीवाल।

उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाने वाले अरविंद केजरीवाल कहा करते थे कि अगर पार्टी का कोई भी पदाधिकारी आरोपों में पकड़े जाए तो उसका सबसे पहले इस्तीफा लेना फिर आगे की कार्रवाई होगी।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज राजमहल का मोह इतना भारी है कि जब मनीष सिसोदिया और सत्येन्द्र जैन जेल के अंदर गए तो उनका इस्तीफा ले लिया गया लेकिन केजरीवाल जो पूरे शराब घोटाले के किंग मेकर हैं उनके जेल जाने पर बयान दिया जा रहा है कि वह जेल से सरकार चलाएंगे।

उन्होंने कहा कि दिल्ली के अंदर किए गए हर घोटालों का हिसाब दिल्ली की जनता लेगी चाहे वह शराब घोटाला हो, डीटीसी घोटाला हो, जलबोर्ड घोटाला हो या फिर कमरा निर्माण घोटाला हो।

श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि इस लड़ाई को दिल्ली भाजपा विधायक दल ने विधानसभा के अंदर पूरी ताकत के साथ लड़ा था और विधानसभा के बाहर हज़ारों कार्यकर्ताओं ने इस शराब घोटाले के विरोध जो प्रदर्शन किया उसका नतीजा हम सब के सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले के बाद अब पूरी तरह से साफ हो गया है कि दिल्ली का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं।

डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि यह दिल्ली भाजपा कार्यकर्ताओं के संघर्ष का परिणाम है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री शराब घोटाले में अंदर हैं जबकि पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हवाला स्कैम के लिए कैद हैं। अब समय आ गया है कि अरविंद केजरीवाल पर जब तक जांच चल रही है तब तक उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और जांच में पूरी तरह से सहयोग दें। उन्होंने कहा कि जो लोग पहले ईमानदार होने का दावा करते थे, वे अब बेईमान साबित हो गए हैं। दिल्लीवासी मुख्यमंत्री की कहानी को समझ चुके हैं जो रावण की तरह अहंकारी हैं।

शाजिया इल्मी ने कहा कि शराब घोटाले से सफर शुरु कर अरविंद केजरीवाल आज जेल तक पहुंचे हैं तो इसकी वजह है उनका दिल्ली में घोटालों का एक लंबी सीरीज चलाना। उन घोटालों में आम आदमी पार्टी के सभी नेता किसी ना किसी रुप में शामिल हैं और यही वजह है कि एक-एक कर सभी आम आदमी पार्टी के नेता जेल में या फिर कानून के दायरे में घिरते जा रहे हैं।

विजेंद्र गुप्ता, अजय महावर, मोहन सिंह बिष्ट और अनिल वाजपेई ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ऐसे मुख्यमंत्री साबित हुए हैं जो दिल्ली की जनता का भला करने की जगह उनके साथ धोखा दिया है और स्वराज की बात करते करते दिल्ली वालों को शराब पिलाने लगे। उन्होंने कहा कि विधानसभा को हमेशा से गुमराह करने वाले केजरीवाल आज कोर्ट को भी गुमराह करने में लगे हुए हैं जबकि विधानसभा में तो उनकी मनमानी चल जाती है लेकिन कोर्ट सिर्फ सबूतों पर चलता है और सबूत कहते हैं कि इस पूरे शराब घोटाले के असली किंग अरविंद केजरीवाल हैं।