अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ की जनता को सुनाई चौथी पास अहंकारी राजा की कहानी

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‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने छत्तीसगढ़ की जनता को चौथी पास अहंकारी राजा की कहानी सुनाई। चौथी पास राजा की कहानी यह दिखाती है कि अगर किसी देश में अनपढ़ राजा आ जाए तो वो कैसे देश का बेड़ा गर्क कर देता है। यह कहानी एक महान देश की है। यह एक भ्रष्टाचारी, अनपढ़ और अहंकारी राजा की कहानी है। एक पुराना महान देश था। उस देश के एक गांव के बहुत गरीब परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ। ज्योतिषी ने बच्चे की कुंडली बनाकर उसकी मां से कहा कि ये बच्चा बडा होकर बहुत बड़ा सम्राट बनेगा। मां बोली- मैं तो बहुत गरीब हूं, मेरा बेटा सम्राट कैसे बनेगा? उसका समझ नहीं आ रहा था। धीरे-धीरे बच्चा बड़ा होने लगा। उसे गांव के स्कूल में भर्ती करा दिया, लेकिन उसका पढ़ने में मन नहीं लगता था। बच्चा किसी तरह चौथी पास की और मां ने स्कूल से उनका नाम कटा दिया। घर का खर्चा नहीं चलता था। तो वो बच्चा घर के पास ही रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने लगा।

वो बच्चा बपचन से ही बहुत अच्छा भाषण देता था। लंबी-लंबी फेकता था। गांव के लड़कों को इकट्ठा कर लेता था। एक बार भाषण देना चालू होता तो बंद ही नहीं होता था। वो लड़का बड़ा हुआ। कुंडली में जैसा लिखा था, वैसे ही वो बच्चा उस महान देश का राजा बन गया। उस चौथी पास राजा का पढ़ना-लिखना नहीं आता था। बिल्कुल समझ नहीं थी। अफसर अंग्रेजी में बोलकर मनमर्जी फाइलों पर साइन करा लेते थे। राजा को पूछने में शर्म आती थी। धीरे-धीरे पूरे देश में बात फैल गई कि राजा अनपढ़ है। अब राजा को बड़ी चिंता होने लगी कि लोग उसका अनपढ़ होने का मजाक बनाते हैं। फिर उसने जुगाड करके कहीं से फर्जी एमए की डिग्री बनवा ली। राजा बोला कि मैं एमए हूं। इस पर जनता हसने लगी, क्योंकि उसको असलियत पता थी। उस राजा को कपडों का बड़ा शौक था। एक दिन में चार-चार बार कपड़े बदलता था। एक दिन कुछ लोग आए और बोले-महाराज आप जैसा इंसान इस धरती कभी पैदा नहीं हुआ। आपको भगवान ने स्पेशल बनाकर भेजा है। आप नोटबंदी कर दो। देश से भ्रष्टाचार और आतंकवाद खत्म हो जाएगा। राजा को समझ तो थी नहीं, राजा ने टीवी पर आकर नोटबंदी कर दी। इसके बाद पूरे देश में हाहाकार मच गया। बैंकों के आगे लंबी लंबी लाइनें लग गई। कई लोग मर गए। लोगों के धंधे चौपट हो गए। वो महान देश 20 साल पीछे चला गया।

एक दिन उस महान देश के अंदर बहुत बड़ी महामारी आई। उस महामारी में कई लोग मारे गए। ऑक्सीजन की कमी हो गई। चारों तरफ हाहाकार मचा था। एक पंडित ने राजा से कहा कि पूरे देश के लोगों को थाली और चम्मच बजाने के लिए कहिए। इससे महामारी भाग जाएगी। राजा ने पूरे देश से थाली और चम्मच बजवा दी। लेकिन महामारी नहीं खत्म हुई। राजा के कई दोस्त थे, उन लोगों ने खुलेआम गुंडागर्दी शुरू कर दी। बैंकों को लूटना चालू कर दिया और लड़कियों को छेड़ना चालू कर दिया। एक बार हद हो गई, जब उस राजा के दोस्त ने उस देश के अंतर्राष्ट्रीय पहलवान खिलाड़ियों को छेड़ दिया। चारों तरफ बलात्कार, लूट और महंगाई का बोलबाला हो गया।

राजा एक नंबर का भ्रष्ट था। सब चीजों में पैसा लेता था। आसमान में बैठे सारे देवता ये सब देख रहे थे कि पृथ्वी पर महा पाप हो गया है। चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। सारे देवता इकट्ठे हुए और शिव जी के पास गए। देवताओं ने शिवजी से कहा कि पृथ्वी पर महापाप हो गया, हाहाकार मचा हुआ है। कुछ कीजिए। उपर से शिवजी महाराज ने आकाशवाणी की। शिवजी ने उस महान देश के 140 करोड़ लोगों का आह्वान किया और बोला कि तुम एक महान देश के लोग हो। सब लोग जागो और इस अहंकारी, भ्रष्ट और अनपढ़ राजा को उखाडकर फेंक दो। अगले चुनाव में उस महान देश की जनता ने उस अनपढ़ राजा को उखाड़कर फेंक दिया। उसके बाद उस देश ने दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करनी चालू कर दी। मैंने सुना है कि वो राजा दोबारा उसी रेलवे स्टेशन पर जाकर चाय बेचता है।