कनाट प्लेस हनुमान मंदिर प्रांगण में आयोजित श्री सुंदरकांड पाठ में दिल्ली भाजपा नेता हुए सम्मलित

News Sewa Desk

नई दिल्ली : दिल्ली की एक प्रमुख एन.जी.ओ. द्वारा आज कनाट प्लेस हनुमान मंदिर के प्रांगण में श्री सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया।

श्रद्धेय स्वामी चिदानंद सरस्वती के सानिध्य में आयोजित संगीतमय सुंदरकांड पाठ में सैकड़ों भक्तों के साथ दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, केन्द्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद बाँसुरी स्वराज, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेन्द्र गुप्ता और प्रदेश महामंत्री विष्णु मित्तल आदि सम्मलित हुए।

अपने आशीर्वाद वचन में श्रद्धेय स्वामी जी ने कहा की श्री सुंदरकांड का नियमित पाठ हमें अनुशासन एवं अध्यात्मिक बल दोनों प्रदान करता है और जीवन के हर स्वच्छ उद्देश्य में सफलता प्रदान करता है।

पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती मुनी जी ने कहा कि आज सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व के अंदर भी भारत का बदलाव देखा गया है। आज भारत इसलिए महान नहीं है कि उसके पास कश्मीर है, उसके बाद लाल किला है या फिर इतने सौंदर्य के साथ प्राकृतिक संपदा है बल्कि भारत आज इसलिए महान है क्योंकि एक ऐसे व्यक्तित्व को रखने वाला प्रधानमंत्री है जो सागर के किनारे खड़े होकर उसकी गहराइयों को सोखता हुआ एक सहनशील इंसान हैं जिन्होंने विरोधियों का उत्तर सिर्फ अपने कर्मो से दिया है. देश के अंदर विरोधियों द्वारा कई तरह के बयान दिए जाते हैं लेकिन उन सब को मौन और शांत चित्त होकर वह सहते हैं और समय आने पर सिर्फ कर्मों से उसका जवाब देते हैं.

माननीय स्वामी जी ने कहा कि यह सुंदरकांड नहीं बल्कि सुंदर कर्म है जो कि हम सभी को करना चाहिए क्योंकि देवताओं का स्मरण भले हम अलग-अलग तरीके से करें लेकिन हम सभी मिलकर देश का स्मरण एक साथ करें यह हम सब के लिए सबसे जरूरी है. उन्होंने कहा कि सुंदर काण्ड का पाठ तो हमेशा ही और नित किया जाना चाहिए लेकिन उसके लिए सबसे पहले अपने अंदर सुंदर विचारो को जागृत करने की जरूरत है.

स्वामी चिदानंद ने कहा कि विदेश में हनुमान चालीसा का पाठ सुनकर बहुत अच्छा लगता है और कुछ ऐसा ही भारत का गौरव उसे वक्त बड़ा था जब यूक्रेन युद्ध में पाकिस्तान के लोग भी भारत का तिरंगा लेकर अपने आप को सुरक्षित महसूस कर रहे थे.

इस अवसर पर वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा की श्री हनुमान जी बल बुद्धि विधा के दाता तो हैं ही साथ ही सदकर्म की राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं.