नई दिल्ली : पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपनी पदयात्रा के तीसरे दिन देवली विधानसभा क्षेत्र की जनता से सीधा संवाद किया। 16 अगस्त को ग्रेटर कैलाश से शुरू हुई पदयात्रा पटपड़गंज के बाद जब देवली के संगम विहार पहुंची तो वहां भी मनीष सिसोदिया से मिलने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी.लोगों ने साफा बांध और तलवार भेंट कर उनका जबरदस्त स्वागत किया.वहीं, मनीष अंकल को अपने बीच पाकर चहक उठे बच्चों ने गुलाब का फूल और ‘वेलकम बैठक मनीष सिसोदिया सर’ के पोस्टर भेंट किया। इस दौरान देवली से ‘‘आप’’ विधायक प्रकाश जारवार, वरिष्ठ नेता, पार्षद और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे.
इस दौरान मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के काम से डर कर भाजपा ने हमें जेल में डाल दिया. क्योंकि पूरे देश में केजरीवाल ही एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने दिल्ली में बिजली का बिल जीरो लाकर दिखा दिया। सिर्फ दिल्ली में शानदार स्कूल-अस्पताल, बिजली, पानी, महिलाओं का बस में सफर, बुजुर्गों की तीर्थयात्रा मुफ्त है। जब इन्हें हमारे खिलाफ कुछ नहीं मिला तो झूठे गवाह तैयार किए और आतंकवादियों पर लगने वाली धाराएं लगाकर हमें जेल में डाल दिया, ताकि हमें जमानत न मिले। लेकिन सच को बहुत दिनों तक अंदर नहीं रख सकते। जनता के आशीर्वाद और संविधान की ताकत की बदौलत मैं बाहर आ चुका हूं, अब अरविंद केजरीवाल भी जल्द बाहर आएंगे। मेरी गारंटी है कि एक दिन देश के लोग कहेंगे कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत ‘‘आप’’ सारे नेताओं को काजल की कोठरी में भी बंद कर दोगे, तब भी वो पाक-साफ होकर बाहर निकलेंगे.
मनीष सिसोदिया ने देवली के लोग मुझे बहुत प्यार और सम्मान कर रहे हैं. यहां के लोगों ने बताया कि जब मैं 17 महीने जेल में था, तब वो मेरे बाहर आने के लिए प्रार्थना कर रहे थे। अब भी यहां के लोग अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को जल्द बाहर आने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. मुझे पूरी उम्मीद है कि मैं बाहर आ गया। जनता की प्रार्थना, देश के संविधान और अदालतों की वजह से अरविंद केजरीवाल भी जल्द ही बाहर होंगे। भाजपा ने हमें जेल में रखने की बहुत कोशिशें की, लेकिन सच्चाई को बहुत दिनों तक अंदर नहीं रख सकते.
उन्होंने कहा कि मुझे देशभर से फोन आ रहे हैं, लेकिन मैं दिल्ली के जिस कोने में जा रहा हूं, वहां कई कार्यकर्ता, मतदाता और कई ऐसे लोग भी मिल रहे हैं, जो वोट नहीं देते, लेकिन उन्होंने भी मुझे और अरविंद केजरीवाल को बाहर निकलने के लिए दुआएं मांगी थीं, क्योंकि उनका मानना है कि हम ईमानदार लोग हैं। आज पूरे देश में अरविंद केजरीवाल का नाम इसलिए हो रहा है क्योंकि वो स्कूल बनाते हैं। अरविंद केजरीवाल ही देश में एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने राज्य में बिजली के बिल जीरो लाकर दिखा दिया, जबकि बाकी दुनिया और देश में बिजली महंगी हो रही है। उन्होंने सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज का सिस्टम बना दिया।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि आज दिल्ली में बिजली के बिल जीरो हैं, अच्छे सरकारी स्कूल, अस्पताल और बसों में महिलाओं की यात्रा मुफ्त है। पहले केवल रक्षाबंधन पर महिलाओं के लिए बसों की यात्रा मुफ्त होती थी। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब तक केजरीवाल दिल्ली की बहनों का भाई है, तब तक उनके लिए रोज रक्षाबंधन है। बच्चों, महिलाओं को सुविधाएं देने के साथ उन्होंने बुजुर्गों के लिए भी मुफ्त तीर्थ यात्रा की सुविधा दी। बुजुर्गों के लिए एक के बाद एक कई ट्रेनें देश के अलग-अलग तीर्थ स्थानों की यात्रा के लिए चला दीं। दिल्ली के कई इलाकों में अभी पानी की समस्या चल रही है, उस पर भी हम काम कर रहे हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि भाजपा वालों को दिक्कत है कि अरविंद केजरीवाल ने अपने 7-8 साल में ही इतने काम कर दिए, जो भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अपने 20-20 साल के शासन में भी नहीं कर पाए। देश में कोई एक राज्य भी ऐसा नहीं है, जहां इन्होंने बिजली के बिल जीरो किए हों या सरकारी स्कूल अच्छे किए हों। इसलिए ये लोग अरविंद केजरीवाल से डरते हैं। इसलिए इन्होंने केजरीवाल को जेल में डलवा दिया। हमारी सरकार के काम रोकने के लिए भाजपा ने पहले हमारे विधायकों पर झूठे मुकदमे किए। जब अदालतों ने विधायकों को छोड़ दिया, तो इन्होंने मंत्रियों को जेल में डाल दिया। अब जब कोर्ट ने मंत्रियों और विधायकों दोनों को छोड़ दिया है, तो इन्होंने अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया है। मुझे पूरी उम्मीद है कि भगवान के घर देर हो सकती है, मगर अंधेर नहीं। हमारे लोकप्रिय नेता केजरीवाल जी भी अब बहुत जल्द बाहर आने वाले हैं। आप लोग भी उनके लिए प्रार्थना करिए।
सिसोदिया ने कहा कि मैं 17 महीने तक जेल में रहा। मैं भी एक इंसान हूं और जेल में रहना मुश्किल होता है। घर पर मेरी पत्नी बीमार थी, ऐसे में उससे दूर कैद में रहना मुश्किल था। रोजाना 5 मिनट परिवार से बात करने की इजाजत होती थी। अरविंद केजरीवाल को भी इतनी ही इजाजत है। जेल में एक फोन होता है, जो बात करते समय 5 मिनट के बाद अपने आप कट जाता है। इस 5 मिनट में मेरी पत्नी बताती थी कि डॉक्टर ने, भाई या बहन ने क्या कहा, इस दौरान बीच में फोन कट जाता था, तो अगले 24 घंटे बाद ही बात हो पाती थी। वो समय मुश्किल था। लेकिन मैंने दिल पर पत्थर रखा और मजबूती से खड़ा रहा। यह इसलिए हो पाया क्योंकि मेरे दिल और दिमाग में दिल्ली और दिल्लीवाले थे। मेरे दिमाग में चल रहा था कि मैं जेल में इसलिए नहीं आया कि मैंने कोई गलत काम किया है, बल्कि मैं जेल में इसलिए आया हूं क्योंकि मैं स्कूल बनवा रहा था। अरविंद केजरीवाल दिल्ली में स्कूल बनवा रहे थे और भाजपा वाले इससे डर रहे थे कि अगर केजरीवाल इसी तरह स्कूल बनाता रहा, तो दिल्ली में गरीबों के बच्चे पढ़-लिख जाएंगे। फिर भाजपा के बहकावे में आकर इन्हें वोट कौन देगा? इसलिए इन्होंने हमें जेल में डाला।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मेरे घर में इन्होंने सीबीआई की रेड डलवाई। सुबह 7 बजे से रात 10 बजे तक सीबीआई ने बिस्तर, तकिया से लेकर अलमारी, कपड़े तक सब खंगाल डाले, लेकिन इन्हें मेरे घर से एक रुपया भी नहीं मिला। फिर इन्होंने मेरे बैंक के लॉकर की तलाशी ली, जिसमें इन्हें मेरे बच्चे के पैदा होने पर उसकी नानी ने जो उसे झुनझुना दिया था, वह मिला। उस चांदी के झुनझुने के अलावा उन्हें लॉकर में कुछ नहीं मिला। इन्होंने मेरे सारे रिश्तेदारों के यहां तलाशी ली, लेकिन किसी के पास एक पैसे की भी प्रॉपर्टी नहीं मिली। ईडी-सीबीआई वालों ने गाजियाबाद के मेरे गांव जाकर तलाशी ली, तो पता चला कि मेरे पास केवल मेरे परदादा की 4-5 बीघे जमीन है। हर तरह से तलाशी लेने के बाद जब इन्हें कुछ नहीं मिला, तो इन्होंने मुझे ठाकर जेल में डाल दिया। इसी तरह इन्होंने अरविंद केजरीवाल की भी तलाशी और खोजबीन करवाई, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिला। बाद में इन्होंने यूं ही किसी व्यक्ति को पकड़ कर 6 महीने के लिए जेल में डाल दिया और शर्त रखी कि उसे तभी छोड़ेंगे, जब वह झूठी गवाही देगा कि अरविंद केजरीवाल ने उससे पैसे मांगे थे। जबकि किसी तरह के पैसे के लेन-देन का सबूत नहीं है। ईडी-सीबीआई ने हम सब पर आतंकवादियों और नशे के कारोबारियों पर लगाई जाने वाली धाराएं लगाईं। क्योंकि उनके पास कोई सबूत नहीं था। लेकिन यह धाराएं हमारे ऊपर इसलिए लगाई गईं क्योंकि इस तरह की धाराओं में जमानत मिलनी मुश्किल होती है।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि इन लोगों ने हमारे कई विधायकों पर भी आरोप लगाए। लेकिन सब पाक साफ निकलकर आए। मेरे ऊपर भी इन्होंने चार साल पहले सीबीआई की रेड करवाई थी, लेकिन मैं पाक साफ निकलकर आया। इस बार इन्होंने पूरी पार्टी की लीडरशिप को अंदर डाला है। मैं आपके बीच गारंटी देकर जा रहा हूं कि एक दिन लोग कहेंगे कि अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी के नेता ऐसे लोग हैं, जिन्हें काजल की कोठरी में भी बंद कर दोगे, तो भी पाक साफ निकलकर आएंगे। हमने कभी किसी का एक रुपया भी नहीं खाया, बल्कि लोगों को फायदा पहुंचाया है। अगर केजरीवाल को बेईमानी करनी होती, तो वो लोगों के बिजली-पानी के बिल जीरो नहीं करवाते। अगर उनमें बेईमानी होती, तो वो स्कूल, मोहल्ला क्लीनिक, महिलाओं के लिए बस यात्रा फ्री नहीं करते। यह सब दिल्लीवालों की प्रार्थना का नतीजा है कि आज मैं आपके बीच हूं। न जाने कितने लोगों ने घरों में प्रार्थना की है और मंदिरों में जाकर प्रार्थना की है कि इन तानाशाहियों को हराकर हमारे अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को वापस ले आओ। आप मुझे बाहर खींच लाए हो, आपका प्यार अरविंद केजरीवाल को भी जल्द बाहर खींच लाएगा।
मनीष सिसोदिया ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मनोबल नीचा रखने की जरूरत नहीं है, बल्कि सीना चौड़ा करके बाहर निकलो। 17 महीने जेल में रखने के बाद लोग डरते हैं कि पता नहीं क्या होगा। लेकिन मैंने कुछ गलत नहीं किया, इसलिए सीना चौड़ा करके बाहर आया हूं। आप भी इसी ईमानदारी के साथ खड़े रहिए। कार्यकर्ताओं ने 17 महीने तक लड़ाई लड़ी है। अब आप मुझे जनता के बीच लेकर चलो।
भाजपा ने पद का लालच देकर केजरीवाल सरकार गिराने की कोशिश की, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी- प्रकाश जारवार
इस दौरान देवली से आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जारवाल ने कहा कि केंद्र की तानाशाही सरकार ने एक फर्जी शराब घोटाले में दिल्ली के शिक्षा जनक मनीष सिसोदिया को बिना किसी सबूत के 17 महीने तक जेल में रखा। भाजपा ने हमारे विधायकों को तोड़ने की साजिश रची, लेकिन हमारा कोई विधायक नहीं टूटा। एक-एक करके हमारे मंत्रियों को भी जेल में डाला गया और जब इससे भी बात नहीं बनी तो उन्होंने हमारे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में डाल दिया। इस लोकतांत्रिक देश में बिना सबूत के इस तरह की तानाशाही शर्मनाक है। मुझ पर भी कई झूठे मुकदमे लगाए गए और मैं तीन बार जेल गया हूं। हमारे कई विधायकों के घरों पर ईडी, सीबीआई, और इनकम टैक्स की रेड डाली गई, लेकिन हमारे सभी विधायक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया से अत्यधिक प्रेम करते हैं। भाजपा ने पद का लालच देकर हमारी सरकार गिराने की कोशिश की, लेकिन हमारे विधायक आंदोलन से उपजे हैं। किसी ने भी हिम्मत नहीं हारी।
प्रकाश जारवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया एक झूठे मामले में 17 महीने जेल में रहे हैं। जब मैं बचपन में स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्षों के बारे में पढ़ता था, तब अंग्रेजों के अत्याचार के चलते वे सालों तक जेल में रहे। मैंने उन स्वतंत्रता सेनानियों को अपनी आंखों से नहीं देखा, लेकिन आज मनीष सिसोदिया को देखकर मैं उनके संघर्ष को महसूस कर सकता हूं। उन्होंने पूरी दिल्ली में शानदार स्कूल बनाए और सड़कों का विकास किया। संगम विहार के स्कूल में एक कक्षा में 80 बच्चे बैठते थे और परिणाम 100 फीसद आता था। एक दिन मनीष सिसोदिया सुबह 6 बजे स्कूल के दौरे पर आए और यहां की भीड़ देखकर उन्होंने संगम विहार में एक नया स्कूल बनवा दिया। इनकी केवल इतनी गलती थी कि केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार को गिराना चाहती थी। पूरी दिल्ली की जनता इनके लिए दुआ कर रही थी और अब मनीष सिसोदिया हमारे बीच हैं। जल्द ही अरविंद केजरीवाल भी हमारे बीच होंगे।
मनीष सिसोदिया से मिलने के लिए उमड़ी भीड़
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया रविवार को अपनी पदयात्रा के तीसरे दिन देवली विधानसभा के संगम विहार पहुंचे। 17 महीने बाद जेल से बाहर आए मनीष सिसोदिया को देखने और उनसे मिलने के लिए सड़कों पर भारी भीड़ जमा हो गई। शाम करीब 6ः30 बजे जैसे ही वो देवली की सड़कों पर उतरे, लोगों ने पुष्प वर्षा और फूल माला पहनाकर उनका जोरदार स्वागत किया। सिसोदिया ने भी हाथ जोड़कर उनका अभिवादन स्वीकार किया। लोग उनसे हाथ मिलाते रहे, गले मिले, और उनके साथ आगे बढ़े। इस दौरान सिसोदिया हर किसी का हाल-चाल पूछते हुए उनसे संवाद करते रहे। बड़ी संख्या में जनता और समर्थक इस पदयात्रा में शामिल हुए।
बच्चों ने मनीष अंकल को भेंट किए गुलाब के फूल
पदयात्रा के दौरान कई बच्चे अपने प्यारे मनीष अंकल मिलने पहुंचे। बच्चों ने उन्हें बताया कि वे उनके द्वारा बनाए गए सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। कुछ बच्चों ने उन्हें गुलाब का फूल और हाथ से बने ‘वेलकम बैक मनीष सिसोदिया सर’ पोस्टर भेंट किए। सिसोदिया ने बच्चों के सिर पर हाथ रखकर उन्हें आशीर्वाद दिया, जिससे बच्चों में खुशी का माहौल रहा।
लोगों ने मनीष सिसोदिया को दी बधाई
17 महीने बाद जेल से बाहर आए मनीष सिसोदिया का लोगों ने स्वागत करते हुए उन्हें बधाई दी। कई महिलाओं और बुजुर्गों ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि आप बाहर आ गए हैं। उनका कहना था कि केजरीवाल सरकार अच्छे काम कर रही है और जो हुआ वह अन्यायपूर्ण था।
समर्थकों ने पहनाया साफा और भेंट की तलवार
समर्थक अपने-अपने तरीके से मनीष सिसोदिया का सम्मान करते दिखे। कुछ समर्थकों ने उन्हें साफा पहनाया और तलवार भेंट की। सिसोदिया ने सिर झुकाकर यह सम्मान स्वीकार किया। कई युवा और महिलाएं उनके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए भी उत्साहित नजर आए।
सिसोदिया और केजरीवाल के समर्थन में गूंजे नारे
देवली विधानसभा में मनीष सिसोदिया की उपस्थिति ने समर्थकों में जोश भर दिया। कार्यकर्ताओं ने तिरंगा झंडा और सिसोदिया के कटआउट लिए पदयात्रा में भाग लिया। मनीष सिसोदिया आ गए, केजरीवाल जी आएंगे और काम किया है, काम करेंगे, तानाशाही से नहीं डरेंगे जैसे नारे जोर-शोर से गूंज रहे थे।
महिलाओं-बच्चियों ने बांधी राखी
पदयात्रा के दौरान देवली में महिलाओं और बच्चियों ने सिसोदिया और स्थानीय विधायक प्रकाश जरवाल को राखी बांधकर उनका स्वागत किया. महिलाओं ने सिसोदिया के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना की. सिसोदिया ने भी उनके हाल-चाल पूछे और समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन दिया। कुछ महिलाओं ने आरती की थाल से स्वागत किया और माला पहनाकर आशीर्वाद दिया.