राकेश चावला / नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस के प्रयास और दावे के बावजूद चाइनीज मांझा का इस्तेमाल नहीं रुका है और लोग इसका शिकार हो रहें है.
नार्थ ईस्ट दिल्ली के अलग अलग इलाकेे में एक पुलिसकर्मी सहित दो लोग चाइनीज मांझा के शिकार हो गए और उनका गला कट गया. गनीमत रही की दोनों की जान बच गयी.
पहली घटना उत्तर पूर्वी दिल्ली के भजनपुरा थाना के यमुना विहार की है.
स्वतंत्रता दिवस पर ड्यूटी कर के मोटर साइकील से घर लौट रहे दिल्ली पुलिस के एएसआइ यमुना विहार में मांझे की चपेट में आ गए. बताया जा रहा है की मांझे से उनका गला गहरा कट गया. घायल हालत में सुरेंद्र सिंह को यमुना विहार के सिग्नेचर नाम के निजी अस्पताल ले जाया गया. जहां इलाज के बाद उन्हें अस्पताल में छुट्टी दे दी गई है.
बताया जा रहा है की उन्होंने पुलिस कोई सूचना नहीं दी है. इलाज के बाद वह गौतमबुद्ध नगर स्थित असोल गांव अपने गांव चले गए. सुरेंद्र दिल्ली यातायात पुलिस के पंजाबी बाग सर्किल में तैनात हैं.
दूसरी घटना न्यू उस्मानपुर इलाके के सिग्नेचर ब्रिज की है. सेंट्रल दिल्ली के आनंद पर्वत के रहने वाले 34 साल के जीन्स कारोबारी हिमांशु अपनी पत्नी के साथ स्कूटी से खजूरी खास जा रहे थे, जब वह सिगनेचर ब्रिज से पर पहुचे तो चाइनीज मांझा चपेट में वह आ गए और उनका गला कट गया. पत्नी उन्हें राहगीरों की मदद से अस्पताल ले गई, जहां इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है.
डीसीपी डॉ जॉय टीर्की ने बताया कि चाइनीज मांझा से गला कटने की शिकायत पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.
आपको बता दे की राजधानी दिल्ली में चाइनीज मांझा की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा हुआ है.दिल्ली पुलिस चाइनीज मांझा बेचने वालों पर कार्रवाई करते हुए दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर सैकड़ो रील चीनी मांझा जप्त कर चुकी है. लेकिन इसके बावजूद इसका इस्तेमाल पतंग उड़ाने में धड़ल्ले से किया जा रहा है. जो जो पक्षियों के साथ-साथ इंसानों के लिए भी खतरा बना हुआ है