नई दिल्ली :- दिल्ली नगर निगम ( MCD )की बुधवार की हुई बैठक भी हंगामा के भेट चढ़ गई. बैठक शुरू होते ही विपक्षी भाजपा और कांग्रेस वेल में आ गए. जलभराव और मेयर चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की.
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मेयर डॉक्टर शैली ओबेरॉय दो बार नगर निगम की कार्यवाही को स्थगित की, लेकिन इसके बावजूद भी विपक्षी पार्षद नहीं माने तो मेयर ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल काल के लिए स्थगित कर दिया. इस दौरान हंगामा के बीच कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास कर लिए गए.,इस दौरान हंगामा की वजह से मेयर ने भाजपा के चार पार्षदों को निगम की तीन बैठक के लिए निलंबित कर दिया.
इससे पहले भाजपा पार्षदों ने सदन के बाहर भी धरना प्रदर्शन किया.
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली में नालों की सफाई की जिम्मेदारी विभिन्न एजेंसियों की है जैसे बाढ़ नियंत्रण विभाग,पीडब्ल्यूडी,दिल्ली नगर निगम, डीसीबी और नई दिल्ली नगर पालिका इत्यादि. सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय के आदेशों के बाद नालों की सफाई की दैनिक आधार पर निगरानी हो रही है. सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि हम दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय के शुक्रगुजार हैं कि उनके हस्तक्षेप के चलते दिल्ली के नागरिकों में बेहतर सुविधाओं की आस जगी है.
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली की पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी को जलभराव होने के बाद याद आया है कि उन्हें रेलवे विभाग को पत्र लिखकर नाला एवं पुलिया बनाई जानी है। सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आग लगने के बाद कुआं खोदना आम आदमी पार्टी की कार्यप्रणाली का अहम हिस्सा है। सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नकारापन के चलते दिल्ली की जनता का जलभराव से बुरा हाल है। पहले तो दिल्ली का मिंटोब्रिज अंडरपास आम आदमी पार्टी के निक्कमेपन की गवाही देता था अब इस फेहरिस्त में जखीरा इलाके को भी शुमार किया जाने लगेगा।
सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार सिर्फ झूठे प्रचार एवं मीडिया प्रबंधन के चलते सुर्खियों में रहना जानती है। सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि जखीरा में हुए जलभराव के चलते दिल्ली की पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी नींद से जागी हैं अगर उन्हें दिल्ली की जनता की जरा सी भी फिक्र होती तो दो महीने पहले योजनाबद्ध तरीके से इस दिशा में कार्य किया जाना चाहिए था। सरदार राजा इकबाल सिंह ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल महोदय के हस्तक्षेप के चलते दिल्ली के नागरिकों को कुछ उम्मीद बंधी है अन्यथा आम आदमी पार्टी ने दिल्ली को अपनी नाकामयाबी के चलते डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।