केंद्र से महिला सुरक्षा पर कड़े कानून बनाने की मांग को लेकर AAP की महिला विंग ने किया प्रदर्शन

News Sewa Desk

नई दिल्ली : कोतकाता समेत देश भर में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार और बलात्कार की घटनाओं से आहत आदमी पार्टी ने बुधवार को इसके खिलाफ मोर्च खोल दिया.

पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए केंद्र सरकार से कड़े कानून बनाने की मांग करते हुए ‘‘आप’’ दिल्ली महिला मोर्च के सदस्यों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया

महिला मोर्चा की अध्यक्ष सारिका चौधरी और विधायक प्रीति तोमर के नेतृत्व में ‘‘आप’’ की महिला पार्षद और कार्यकर्ता महात्मा गांधी की समाधि स्थल राजघाट पहुंचकर शांति प्रार्थना सभा में भाग लिया और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.

इस दौरान महिला विंग ने कहा कि महिला अत्याचार के मामले में सभी पार्टियों को राजनीति करने के बजाय एकजुट होना चाहिए और महिलाओं का उत्पीड़न करने वाले दोषियों को सख्त सजा दिलाने पर जोर देना चाहिए. साथ ही, ऐसे जघन्य अपराधों की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई होनी चाहिए और दोषित को छह महीने में मौत की सजा दिलाई जानी चाहिए.

कोलकाता में हुई घिनौनी घटना और देशभर में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार तथा बलात्कार की घटनाओं के खिलाफ, पीड़ित महिलाओं को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी की महिला विंग ने राजघाट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित कर प्रदर्शन किया.

आम आदमी पार्टी महिला विंग की अध्यक्ष सारिका चौधरी ने कहा कि देश में जिस तरह महिलाओं के साथ घटनाएं बढ़ रही हैं, उससे हम बहुत दुखी हैं. चाहे वह पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार या देश के किसी भी हिस्से में हो रही हों. हम हर रोज अखबार में बलात्कार की खबरें पढ़ते हैं. आज छोटी-छोटी बच्चियों के साथ भी बलात्कार हो रहा है. केंद्र सरकार को इस पर सख्त कानून बनाना चाहिए। बच्चों के साथ ऐसे जघन्य अपराध करने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, और इसे फास्ट ट्रैक कोर्ट में जल्द से जल्द निपटाना चाहिए। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। छह महीने के भीतर अपराधियों को मौत की सजा मिलनी चाहिए, चाहे वह देश के किसी भी हिस्से में हो। हम चाहते हैं कि सीबीआई जल्द से जल्द जांच करके आरजी कर अस्पताल की घटना के तथ्यों का पता लगाए। हमारी मांग है कि जो भी इस घटना में शामिल हो, उन्हें मौत की सजा होनी चाहिए।

इस दौरान ‘‘आप’’ विधायक प्रीति तोमर ने कहा कि हमने गांधी जी के सामने अत्याचार की शिकार बेटी की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। दरिंदों को एक दिन सजा तो मिल ही जाएगी, लेकिन सवाल यह उठ रहा है कि क्या एक मां-बाप की बेटी वापस आ जाएगी। इस तरह से रेप की घटना को अंजाम देना और उसके बाद उसकी हत्या कर देना, आज 12 साल बाद दूसरी निर्भया का केस हमारे सामने आया है। फर्क सिर्फ इतना है कि वह डॉक्टर थीं और यह घटना अस्पताल के अंदर हुई। ऐसे दरिंदों की हिम्मत बहुत बढ़ गई है। सवाल यह नहीं है कि इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, बल्कि सवाल यह है कि महिलाओं के साथ हो रहे ऐसे अपराधों की गिनती भी पूरी तरह से नहीं हो पाती है। क्योंकि न्याय मिलने में सालों लग जाते हैं और इतने समय में और कई घटनाएं हो जाती हैं। ऐसे में इन अपराधियों के मन में डर कैसे बैठेगा? पुलिस थानों में रिपोर्ट दर्ज नहीं होती है, और अगर हो भी जाती है तो अपराधी जल्द ही जमानत पर छूट जाते हैं या फिर धमकियों के चलते घटनाओं को दबा दिया जाता है। आज मां-बाप अपनी बेटियों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कुछ घटनाएं दबा दी जाती हैं और कई मामले सामने भी नहीं आते।

प्रीति तोमर ने आगे कहा कि केंद्र सरकार को डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए जल्द से जल्द सख्त कानून बनाकर लागू करना चाहिए
सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर इस तरह की घटनाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाना चाहिए। राजनीति बाद में भी हो सकती है, लेकिन सबसे पहले हमें महिलाओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाने होंगे। हमारे देश में पहले से ही कई कानून हैं, परंतु उन पर अमल नहीं होता है। न्यायालयों को भी इस दिशा में त्वरित न्याय देने की ओर ध्यान देना होगा।