नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुई महिला डॉक्टर के साथ दर्दनाक घटना पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने कहा कि कोलकाता की घटना बेहद दर्दनाक और पीड़ादायक है। यह सोचकर भी रूह कांप जाती है कि पीड़ित बच्ची को कितनी तकलीफ हुई होगी। इस मामले में दोषी को सख्त सजा मिलनी चाहिए, जो एक नजीर बने। उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश-बिहार समेत पूरे देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे मामलों को सख्ती से निपटने की जरूरत है। ऐसे मामलों में राजनीतिक करने और आरोप-प्रत्यारोप लगाने से महिलाओं को सुरक्षा नहीं मिल सकती।
संजय सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी केवल कार्रवाई करने और कानून बनाने की बात करते हैं, जबकि कानून बनाना केंद्र में बैठी उनकी सरकार का काम है. कोलकाता की घटना बेहद दर्दनाक पीड़ादायक है। यह सोचकर भी रूह कांप जाती है कि उस बच्ची को कितनी तकलीफ हुई होगी. अभी सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। इस घटना के आरोपी की गिरफ्तारी हो गई है.इसमें ऐसी सख्त सजा मिलनी चाहिए कि नजीर बने. बिहार के मुजफ्फरपुर में 14 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी हुई। उत्तर प्रदेश के बरेली में भी इसी तरह की घटना सामने आई. देशभर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ऐसे मामलों में सख्ती के निपटने की जरूरत है. कोई न कोई रास्ता ऐसा निकालना होगा जिससे हमारी माताएं-बहने सुरक्षित रहें। क्योंकि बार-बार ऐसी घटनाएं होगी हैं और फिर उन पर राजनीति शुरु हो जाती है, आरोप-प्रत्यारोप लगने लगते हैं, लेकिन इससे महिलाओं को सुरक्षा नहीं मिल पाती है।
कोलकाता में डॉक्टर्स के प्रदर्शन के दोरान हुई की निंदी करते हुए संजय सिंह ने कहा कि डॉक्टर्स कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और हम भी चाहते हैं कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हो। देश की सीबीआई अब इसकी जांच कर रही है। इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाकर जल्द से जल्द आरोपी को सजा होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री देश में धर्म निरपेक्षता के तानेबाने को बिगाड़ने में लगे हुए हैं – संजय सिंह
वहीं, धर्म निरपेक्ष समान नागरिक संहिता की मांग उठाते हुए संजय सिंह ने कहा कि हमारा संविधान धर्म निरपेक्षता की बात करता है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी उसका अनुसरण नहीं करके हैं। प्रधानमंत्री पूरे चुनाव में महंगाई और मणिपुर की बात करने के बजाय केवल मदरसा, मुगल, मटन और मछली की बात करते रहे। प्रधानमंत्री देश में धर्म निरपेक्षता के तानेबाने को बिगाड़ने में लगे हुए हैं। उन्हें पहले खुद संविधान में लिखी गई धर्मनिरपेक्षता और संविधान में लिखी बातों को मानना चाहिए। यूनिफार्म सिविल कोड के जरिए प्रधानमंत्री मोदी क्या करना चाहते हैं? इस देश में अलग-अलग जाति, धर्म, भाषा, समुदाय और क्षेत्र के लोग एक साथ मिलजुल कर रहते हैं। विविधता में एकता भारत की विशेषता है। सिख धर्म में चार फेरे में शादी होती है, तो हिंदू धर्म में सात फेरे में शादी होती है।
संजय सिंह ने कहा कि हमारे देश के संविधान ने अलग-अलग धर्मों के लोगों को जो आजादी दी है, वह बहुत सोच समझकर दी है। उसे कोई दल अपने राजनीति फायदे के लिए नहीं बदल सकता। प्रधानमंत्री महंगाई, बेरोगजारी इलाज और शिक्षा पर काम नहीं करना चाहते हैं, इसलिए इस तरह के राजनीतिक एजेंडे लेकर आते हैं।
संजय सिंह ने यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर कहा कि ये चुनाव बहुत अच्छा और दिलचस्प होगा। हालांकि उपचुनावों में सत्ताधारी दल संसाधनों का दुरुपयोग करते हैं। लेकिन मैं उम्मीद करता हूं इन 10 सीटों के अच्छे परिणाम आएंगे।
सीएम केजरीवाल आजादी के दिन झंडा नहीं फहरा पाए, ये हम सबके लिए पीड़ादायक- संजय सिंह
एक राजनीतिक साजिश के तहत अलोकतांत्रिक तरीके से जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा नहीं फहरा पाए। इसे लेकर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए बहुत अफसोस की बात है। अरविंद केजरीवाल दिल्ली में तीन के बार के निर्वाचित मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने दिल्ली के बच्चों को शिक्षा, इलाज, बिजली, पानी, महिलाओं को फ्री बस यात्रा की सुविधा दी। दिल्ली की जनता को इतनी सहूलियतें देने के बाद भी दिल्ली को मुनाफे का बजट दिया। एक ऐसे मुख्यमंत्री को षड़यंत्र करके जेल में डाल दिया गया। देश की आजादी के जश्न के दिन वो झंडा नहीं फहरा पाए। ये हम सबके लिए बहुत पीड़ा का विषय है। लेकिन दुनिया के किसी भी मुल्क में तानाशाही लंबे समय तक नहीं चल पाई है। इस मौजूदा तानाशाह सरकार का भी अंत होगा।