नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा ने कहा है की कल दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के पांच पार्षदों के भाजपा में शामिल होते ही “आप” नेतृत्व अपना राजनीतिक संतुलन हो बैठा है और उसी के चलते आज पार्टी के दो सांसदों संदीप पाठक एवं संजय सिंह ने पार्टी छोड़ने वाले विधायकों, पार्षदों एवं अन्य नेताओं के प्रति अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया।
लोकसभा चुनाव से अब तक दो विधायकों एवं सात पार्षदों के दिल्ली में पार्टी छोड़ने से दिल्ली नगर निगम में “आप” का सत्ता समीकरण इतना बिगड़ गया है की अब “आप” के वरिष्ठ नेता पार्टी छोड़ने वालों की राजनीतिक यात्रा समाप्त होने की, उनकी राजनीतिक बर्बादी की बददुआ देने तक गिर गये हैं।
दिल्ली भाजपा प्रवक्ता ने कहा है की “आप” नेताओं को समझना चाहिए की यही विधायक पार्षद अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक परिवर्तन के दिखाये सपनों के छलावे से “आप” से जुड़े थे पर आज केजरीवाल – सिसोदिया – संजय सिंह के भ्रष्टाचार एवं अकर्मण्यता से हताश होकर पार्टी छोड़ रहे हैं।
कपूर ने कहा है की पार्टी छोड़ चुके पार्षद एवं विधायकों को कोसने की जगह बेहतर होगा संदीप पाठक एवं संजय सिंह सोचें की आखिर क्यों गत सप्ताह दिल्ली नगर निगम बैठक में तीन पार्षदों सुश्री बहन प्रीति, नरेंद्र कुमार गिरसा और अलका धींगरा ने पार्टी नेतृत्व का खुला विरोध किया.
आपको बता दें की दिल्ली नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी और जोनल कमेटी चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका लगा है. आम आदमी पार्टी के पांच पार्षद ने आम आदमी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं. इससे पहले भी आम आदमी पार्टी के विधायक भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. इसके बाद से ही आम आदमी पार्टी के नेता भाजपा पर लगातार हमलावर है और भाजपा पर निशाना साध रहे हैं.