नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र राजनितिक पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी है. देश प्रमुख पार्टियां भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी अपने गठबंधन को बढ़ाने में जुटी है.
इन सब के बीच कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच भी गठबंधन को लेकर प्रयास किया जा रहा है, दोनों ही पार्टियां गठबंधन करने की बात कर रही है, कई राउंड की बातचीत भी हो चुकी है लेकिन 7 लोकसभा वाली दिल्ली की लोक सभा सीट को लेकर दोनों ही पार्टियों में खींचतान की स्तिथि बनी हुई है, दोनों एक दुसरे को कमजोर बताते हुए कम सीट दें रही है, जिसकी वजह से तालमेल तय नहीं हो पा रहा है.
पिछले दिनों आम आदमी पार्टी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था की दिल्ली में कांग्रेस का जन आधार खत्म हो गया है, दिल्ली में आम आदमी पार्टी का एक भी विधायक नहीं जीत पाया है, दो लोकसभा चुनाव में लगातार भारतीय जनता पार्टी सभी सीटों पर जीत रही है, दिल्ली नगर निगम चुनाव में भी कांग्रेस का महाजन 9 सीट पर संतोष करना पड़ा था. ऐसे में उनकी तरफ से कांग्रेस को एक सीट देने का ऑफर है.
आम आदमी पार्टी के इससे बयान के बाद कांग्रेस भड़क उठी, उनके नेताओं ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी.
इसके बाद कहां जाने लगा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन नहीं हो पाएगी, लेकिन इस पीछे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक-एक कार्यक्रम में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ नजर आए.
इसके बाद गठबंधन को लेकर एक बार फिर कयास लगाए जाने लगा.
सूत्रों की माने तो आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर से कांग्रेस को ऑफर दिया है.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को 3 सीट देने का प्रस्ताव दिया है.
नए प्रस्ताव के मुताबिक नई दिल्ली, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र की सीट आम आदमी पार्टी ने अपने पास रखा है, जबकि चांदनी चौक पूर्वी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट को आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को देने का प्रस्ताव दिया है
हालांकि आधिकारिक तौर पर आम आदमी पार्टी के नेता कुछ भी कहने से बच रहे हैं.