नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पत्नी की हत्या कर फरार हुए आरोपी को 9 साल बाद बिहार से गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान सुनील कुमार के रूप में हुई है, उसपर जिस पर 25,000 का इनाम घोषित था.
डीसीपी आदित्य गौतम ने जानकारी दी कि 18 अक्टूबर 2016 को रान्होला के दास गार्डन इलाके में एक महिला का शव प्लास्टिक की बोरी में बंद मिला था. पीड़िता की गला काटकर हत्या की गई थी. बंद कमरे से दुर्गंध आने पर मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ.
हत्या कर बेटी को लेकर हुआ था फरार
मृतका के भाई की शिकायत पर रान्होला थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया. जांच में सामने आया कि हत्या मृतका के पति सुनील कुमार ने ही पत्नी की हत्या की हैं और वारदात के बाद वह बेटी को लेकर फरार हो गया.पुलिस ने काफी तलाश की, लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं मिला, जिसके बाद कोर्ट ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया और इनाम की घोषणा की गई।
क्राइम ब्रांच की टीम ने बिहार में दबोचा
अपराध की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर सतेंद्र मोहन और इंस्पेक्टर पवन कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें एसआई संजय, एएसआई सुरेश, एचसी सुरेंद्र, एचसी ललित और एचसी बृजेश शामिल थे। इस टीम ने एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में जांच शुरू की।
पुलिस टीम ने आरोपी की तलाश में बिहार में उसके पैतृक गांव के आसपास निगरानी शुरू की.स्थानीय सूत्रों की मदद से आरोपी के शेखूपुर इलाके में छिपे होने की जानकारी मिली। करीब 6 महीने की कड़ी मेहनत के बाद टीम ने वहां छापा मारा और आरोपी को गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया।
गिरफ्तारी से बचने के लिए बदलता रहा ठिकान
पूछताछ में सुनील कुमार ने जुर्म कबूल किया और बताया कि उसने प्रेम विवाह किया था, लेकिन अक्सर होने वाले झगड़ों के कारण उसने हत्या की योजना बनाई। हत्या के बाद वह बेटी को लेकर फरार हो गया और मोबाइल फोन का इस्तेमाल बंद कर दिया ताकि पुलिस उसे ट्रैक न कर सके।
गिरफ्तारी से बचने के लिए वह हर 3-4 महीने में ठिकाना बदलता रहा.शुरू में उसने दिल्ली, फरीदाबाद और पटना में छिपकर रेलवे स्टेशनों और जूता बनाने वाली फैक्ट्रियों में काम किया. बाद में, पकड़े जाने के डर से वह बिहार के शेखूपुर में रहने लगा.
फिलहाल, पुलिस ने संबंधित अधिकारियों को आरोपी की गिरफ्तारी की जानकारी दे दी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।