मच्छरों की रोकथाम को लेकर मेयर ने समीक्षा बैठक, MCD अधिकारियों को  दिए सख्त निर्देश

News Sewa Desk

नई दिल्ली:-

दिल्ली नगर निगम मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर पूरी सक्रियता से जुटा हुआ है. इसी कड़ी में महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह ने दिल्ली नगर निगम द्वारा किए जा रहे मच्छररोधी उपायों की समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जनजागरूकता अभियानों को और तेज किया जाए.

महापौर ने कहा कि दिल्ली नगर निगम जनस्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से इस वर्ष डेंगू के मामलों में पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट आई है.उन्होंने यह भी बताया कि इस वर्ष अब तक डेंगू के कुल 277 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 284 मामले सामने आए थे.

इस वर्ष 6 लाख घरों में किया गया फॉगिंग और दवा का छिड़काव, डेंगू के मामलों में आई कमी

जनस्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2025 में अब तक लगभग 6 लाख घरों और परिसरों में मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव और फॉगिंग की जा चुकी है, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी संख्या है. यही नहीं, निगम की टीमों ने घरों और भवनों में जाकर मच्छरों के प्रजनन स्थलों की जांच कर उन्हें नष्ट भी किया है, जिसकी दर पिछले वर्ष से 60 प्रतिशत अधिक रही है.

इस वर्ष 282 स्थानों पर जैविक नियंत्रण उपाय अपनाए गए हैं, जबकि पिछले साल यह संख्या 206 थी. इससे यह स्पष्ट है कि निगम ने इस बार पहले से कहीं अधिक सुनियोजित और व्यापक रणनीति के तहत काम किया है.

महापौर इकबाल सिंह ने जनता से अपील की है कि वे निगम कर्मचारियों, विशेषकर डेंगू ब्रीडिंग चेकर्स (DBC) के साथ सहयोग करें, उन्हें अपने घरों, दफ्तरों और परिसरों की जांच करने दें, और बारिश के मौसम में जलजमाव से बचाव के लिए सामूहिक जिम्मेदारी निभाएं.

महापौर ने बताया कि निगम लगातार RWA, मार्केट एसोसिएशन, स्कूलों और अन्य विभागों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम चला रहा है ताकि मच्छरों के प्रजनन को प्रारंभिक स्तर पर ही रोका जा सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कार्य में लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसी क्रम में हाल ही में एक फील्ड कर्मी को ड्यूटी में कोताही बरतने पर बर्खास्त किया गया है.

दिल्ली नगर निगम का लक्ष्य न सिर्फ बीमारियों पर नियंत्रण करना है, बल्कि जनता को इस दिशा में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना भी है. महापौर ने कहा कि जब प्रशासन और जनता मिलकर काम करेंगे, तभी राजधानी को मच्छरजनित बीमारियों से मुक्त किया जा सकेगा.