करनी सिंह शूटिंग रेंज रोड पर  कत्ल की गुत्थी सुलझी: अवैध संबंध और पैसों के विवाद में युवक की हूई थी हत्या

News Sewa Desk

शाहनवाज खान
नई दिल्ली :

दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस ने पुल प्रह्लादपुर थाना क्षेत्र में हुए एक अज्ञात व्यक्ति की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। करीब तीन सप्ताह की बारीक छानबीन, तकनीकी विश्लेषण और स्थानीय स्तर पर गहन पूछताछ के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान गौरव उर्फ मुल्ली और वेंकटेश उर्फ राजा के रूप में हुई है। हत्या में प्रयुक्त बेल्ट, प्लास्टिक रॉड और शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल ऑटो रिक्शा को भी बरामद कर लिया गया है.

वारदात की जानकारी कैसे मिली:

11 जुलाई 2025 को सुबह 11:30 बजे सूरजकुंड रोड पर एक केला विक्रेता ने पुलिस को सूचना दी कि सड़क किनारे एक व्यक्ति अचेत अवस्था में पड़ा हुआ है। PCR कॉल मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो पता चला कि वह व्यक्ति मृत है। शव की हालत और घटनास्थल के हालात देखकर यह स्पष्ट था कि उसकी हत्या की गई है.

पुल प्रह्लादपुर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और अज्ञात शव की पहचान के लिए अभियान शुरू किया गया। किसी सुराग के अभाव में यह मामला ‘ब्लाइंड मर्डर’ में दर्ज कर लिया गया. दक्षिण-पूर्वी जिले की ओर से 12 अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया.

पहचान का सुराग: फिंगरप्रिंट और CCTV से मिली कड़ी

500 से अधिक CCTV फुटेज खंगालने के बावजूद जब कोई सीधा सुराग हाथ नहीं लगा, तो वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर शव के फिंगरप्रिंट्स की जांच करवाई गई. फिंगरप्रिंट ब्यूरो, रामपुरा से मिले रिजल्ट में मृतक की पहचान राकेश (35 वर्ष), पुत्र स्व. पन्ना लाल, निवासी A-28, अम्बेडकर कैंप, मदनगीर के रूप में हुई.

स्थानीय जांच में पता चला कि राकेश पेंटर का काम करता था और मदनगीर क्षेत्र में ही रहता था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि उसकी हत्या अत्यधिक मारपीट, सिर पर गंभीर चोट और आंतरिक रक्तस्त्राव से हुई थी.

कैसे हुआ कत्ल: अवैध संबंध और पैसों का विवाद निकला वजह

पुलिस जांच में सामने आया कि मदनगीर निवासी वेंकटेश उर्फ राजा को संदेह था कि मृतक राकेश का उसकी पत्नी से अवैध संबंध था. इसके अलावा, आरोपी ने राकेश को पहले भी कई बार आर्थिक मदद दी थी, जिसे वह लौटाने में असमर्थ रहा.इन दोनों कारणों से वेंकटेश राकेश से बेहद नाराज़ था.

वेंकटेश ने अपने दामाद जैसे संबंध रखने वाले गौरव उर्फ मुल्ली के साथ मिलकर योजना बनाई और राकेश को अपने घर बुलाया. दोनों ने मिलकर उसे घर की पहली मंजिल पर बेल्ट और प्लास्टिक रॉड से बेरहमी से पीटा। राकेश को घूंसे और लात मारे गए और अंत में उसका सिर दीवार पर पटककर उसकी जान ले ली गई.

ऐसे हुआ भंडाफोड़:

मृतक की शिनाख्त के बाद पुलिस ने मदनगीर इलाके में घर-घर जाकर पूछताछ की. जांच में एक CCTV फुटेज में एक युवक वही शर्ट पहने हुए दिखाई दिया जो राकेश के शव पर थी. इससे संदेह गहराया और युवक की पहचान गौरव उर्फ मुल्ली (25) के रूप में हुई.

गौरव से कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने जुर्म कबूल कर लिया.उसके बयान के आधार पर वेंकटेश के घर पर छापा मारा गया और वहां से रितिक दिवाकर नाम के एक युवक को पकड़ा गया, जिसने हत्या का आंखों देखा हाल पुलिस को बताया. रितिक ने बताया कि उसके ससुर वेंकटेश और गौरव ने मिलकर राकेश को बेरहमी से मारा और उसकी मौत के बाद शव को ऑटो में डालकर सूरजकुंड रोड पर फेंक दिया.

अपराध में इस्तेमाल सामग्री बरामद:

हत्या में प्रयुक्त प्लास्टिक रॉड, बेल्ट और ऑटो रिक्शा (जिससे शव को फेंका गया) को पुलिस ने जब्त कर लिया है. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.

आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड:

  • गौरव उर्फ मुल्ली – पेशे से पेंटर, निवासी D-1/19 मदनगीर। पहले आर्म्स एक्ट के एक मामले में अंबेडकर नगर थाने से गिरफ्तार हो चुका है।
  • वेंकटेश उर्फ राजा – उम्र 47 वर्ष, निवासी C-1/747 व 748, मदनगीर। उसके खिलाफ पहले एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज है।

पुलिस की ओर से सराहनीय कार्रवाई:

इस जटिल और सुरागहीन हत्या मामले को तकनीकी विश्लेषण, फॉरेंसिक सहायता और जमीनी पूछताछ के ज़रिए सुलझाने वाली पुल प्रह्लादपुर थाना पुलिस की टीम में शामिल थे: इंस्पेक्टर मनोज कुमार (SHO), इंस्पेक्टर सुनील चंदोलिया (इन्वेस्टिगेशन), एसआई शमशेर, एचसी जितेन्द्र, कांस्टेबल कृष्ण और नवरंग। टीम का नेतृत्व एसीपी बादरपुर हरीश चंद के निर्देशन में किया गया.