पति की हत्या कर शव नाले में फेंका, गुमशुदगी दर्ज कर पुलिस को गुमराह करती रही पत्नी,क्राइम ब्रांच ने आशिक के साथ किया गिरफ्तार

News Sewa Desk

शाहनवाज खान

नई दिल्ली :-
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक वर्ष पुराने अंधे कत्ल का पर्दाफाश करते हुए पति की हत्या में शामिल पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है. यह वही महिला है जिसने हत्या के बाद पति की गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई थी और एक साल तक पुलिस को गुमराह करती रही.

मामला अलीपुर थाना क्षेत्र के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर प्रीतम प्रकाश से जुड़ा है, जो जुलाई 2024 से लापता था और बाद में **घोषित अपराधी (Proclaimed Offender) भी बन गया था। लेकिन सच्चाई यह थी कि उसकी पत्नी सोनिया ने ही उसे रास्ते से हटाने की साजिश रची थी. वजह थी प्रीतम का नशे की लत, हिंसक व्यवहार और सोनिया का रोहित नामक युवक से अवैध संबंध.

पुलिस के अनुसार, सोनिया ने प्रीतम को खत्म करने की योजना अपने जीजा के रिश्तेदार विजय से मिलकर बनाई.5 जुलाई 2024 को गन्नौर (हरियाणा) में सोनिया की बहन के घर पर प्रीतम को बुलाया गया और रात में उसकी हत्या कर शव अगवांपुर गांव के पास नाले में फेंक दिया गया। हत्या के बाद सोनिया ने 20 जुलाई को अलीपुर थाने में पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी।

हत्या का खुलासा तब हुआ जब क्राइम ब्रांच की टीम ने प्रीतम के मोबाइल की तकनीकी निगरानी शुरू की। फोन हरियाणा के सोनीपत में चल रहा था, जो सोनिया का प्रेमी रोहित इस्तेमाल कर रहा था। जांच में पता चला कि सोनिया ने यह फोन रोहित को नष्ट करने के लिए दिया था, लेकिन वह खुद ही उसका इस्तेमाल करने लगा.

पुलिस ने जब रोहित को पकड़ा और पूछताछ की तो उसने साजिश की पूरी परतें खोल दीं. इसके बाद सोनिया को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने भी जुर्म कबूल कर लिया.

गौरतलब है कि सोनिया और प्रीतम का विवाह प्रेम विवाह था और उनके तीन बच्चे हैं. लेकिन प्रीतम की आपराधिक गतिविधियों, नशे की लत और घरेलू हिंसा के चलते संबंध बिगड़ते चले गए। इसी बीच सोनिया की दोस्ती रोहित से हुई जो एक टैक्सी चालक है और खुद चार संगीन मामलों में शामिल रह चुका है. दोनों एक साथ नया जीवन शुरू करना चाहते थे, लेकिन प्रीतम उनकी राह का रोड़ा था.

पुलिस के मुताबिक, हत्या के बाद शव की पहचान कभी नहीं हो पाई थी, लेकिन डीएनए नमूने संरक्षित थे। अब आरोपियों की निशानदेही से केस को तकनीकी व डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर हल कर लिया गया है. विजय नामक तीसरा आरोपी फिलहाल हरियाणा की जेल में बंद है.

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की NR-II टीम द्वारा इंस्पेक्टर संदीप तुशीर के नेतृत्व में की गई यह कार्रवाई एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है, जिसमें एक साल पुराने अंधे कत्ल की परतें मोबाइल फोन की लोकेशन से खुलीं और गुमशुदगी की झूठी रिपोर्ट का सच उजागर हुआ.