नई दिल्ली :-
राजधानी दिल्ली को सार्वजनिक परिवहन के क्षेत्र में नई ऊंचाई पर ले जाने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाया गया. शुक्रवार को नरेला सेक्टर A-9 में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बस टर्मिनल का उद्घाटन किया गया। महज 90 दिनों में तैयार हुआ यह टर्मिनल 4000 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे यात्री सुविधाओं के लिहाज़ से एक आदर्श मॉडल के रूप में विकसित किया गया है.
इस मौके पर दिल्लीवासियों को 100 से अधिक नई DEVI बसों की सौगात भी दी गई, जो अब राजधानी की सड़कों पर दौड़ते हुए यात्री सुरक्षा और सुविधा के नए मानक तय करेंगी. कार्यक्रम में सांसद श्री योगेन्द्र चांदोलिया, दिल्ली सरकार के मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह व श्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह भी मौजूद रहे.
सभी मूलभूत सुविधाओं से लैस टर्मिनल
नरेला का नया टर्मिनल न केवल भौतिक संरचना में आधुनिक है, बल्कि इसमें यात्रियों की सुविधा के लिए तमाम जरूरी इंतज़ाम किए गए हैं। टर्मिनल में 3 बस बे, विशाल शेड, स्वच्छ शौचालय, RO जल संयंत्र, कैंटीन-पैंट्री, और इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
DEVI बसें: स्मार्ट और समावेशी परिवहन की दिशा में कदम
नई DEVI बसों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया गया है। हर बस में CCTV कैमरे, इमरजेंसी पैनिक बटन और लाइव ट्रैकिंग सिस्टम लगाया गया है जिससे यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। विशेष बात यह है कि ये सभी बसें व्हीलचेयर-फ्रेंडली डिज़ाइन के साथ दिव्यांगजनों के लिए पूरी तरह सुलभ हैं, जो समावेशी परिवहन प्रणाली को मजबूत बनाती हैं।
इलेक्ट्रिक क्रांति की ओर बढ़ता दिल्ली का परिवहन तंत्र
वर्तमान में दिल्ली की सड़कों पर 2000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें दौड़ रही हैं। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2027 तक सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को पूरी तरह इलेक्ट्रिक बना दिया जाए। यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “विकसित दिल्ली” के विज़न को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
नरेला टर्मिनल और नई DEVI बसों की यह परियोजना न केवल परिवहन तंत्र को आधुनिक और पर्यावरण के अनुकूल बना रही है, बल्कि दिल्ली को एक सुरक्षित, समावेशी और बेहतर भविष्य की ओर भी अग्रसर कर रही है.