नई दिल्ली :-
दिल्ली में बदहाल सफाई व्यवस्था के खिलाफ आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने गुरुवार को बीजेपी के एमसीडी मेयर राजा इकबाल सिंह के कार्यालय के बाहर कूड़ा फेंक कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। “आप” के निगम पार्षद मेयर से मुलाक़ात कर सेंट्रल ज़ोन समेत पूरी दिल्ली की बदहाल सफ़ाई व्यवस्था पर जवाब मांगने पहुंचे थे, लेकिन वह कार्यालय से ग़ायब मिले! इसलिए मजबूर होकर दिल्ली की जनता के हितों के लिए “आप” पार्षदों ने मेयर कार्यालय के बाहर कचरा फेंक कर नारेबाजी की। एमसीडी में “आप” के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने कहा कि सेंट्रल ज़ोन की हालत बदतर है। हर गली, हर सड़क पर कूड़े का अंबार है। जनता परेशान है, लेकिन बीजेपी सिर्फ कुर्सी की राजनीति में व्यस्त है और ज़मीन पर काम शून्य है। “आप” दिल्लीवालों की आवाज़ तब तक उठती रहेगी, जब तक समस्या का समाधान नहीं हो जाता।
अंकुश नारंग ने कहा कि सोमवार और बृहस्पतिवार को दोपहर दो से चार बजे तक मेयर का जनता से मिलने का समय होता है। “आप” ने बृहस्पतिवार को दोपहर 2.15 बजे आंदोलन किया और 3 बजे तक वहां रहे। यह मेयर से मिलने का समय था, लेकिन मेयर राजा इकबाल सिंह अपने ऑफिस में उपलब्ध नहीं थे। क्योंकि वह गुड़गांव के मानेसर में पार्टी कर रहे थे, जबकि आज सिविक सेंटर खुला था, कर्मचारी और पूरा स्टाफ ड्यूटी पर था। फिर भी मेयर दिल्ली में मौजूद नहीं थे। हमने मेयर राजा इकबाल सिंह को 4 जून 2025 को सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था को लेकर ज्ञापन दिया था आज 3 जुलाई को एक महीना हो गया लेकिन अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
अंकुश नारंग ने कहा कि उस ज्ञापन में मैने जिक्र किया था कि मुझे पार्षद सारिका चौधरी, राकेश लोहिया, पंकज गुप्ता, कुसुम, हेमा, सहित अन्य “आप” पार्षदों के पत्र प्राप्त हुए। इन पार्षदों ने बताया है कि सेंट्रल जोन में हर जगह कूड़ा-कूड़ा हो रखा है। यहां पिछले दो साल से सफाई करने के लिए कोई एजेंसी नहीं है। जहां पहले 10 टिपर (कूड़ा उठाने वाले वाहन) हुआ करते थे, वहां अब सिर्फ दो टिपर चल रहे हैं। जहां 15 टिपर थे, वहां अब तीन चल रहे हैं। सड़कें पूरी तरह कूड़ा-कूड़ा हो चुकी हैं। लेकिन बीजेपी की चार इंजन की सरकार और मेयर राजा इकबाल सिंह सफाई व्यवस्था में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहे हैं।
अंकुश नारंग ने कहा कि अब मॉनसून का समय आ गया है। बारिश होने से कूड़ा और फैलेगा। इससे मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियां फैलने का खतरा है। राजा इकबाल सिंह और भाजपा सेंट्रल जोन में कूड़ा उठाने में पूरी तरह विफल रहे हैं। एमसीडी में आते ही भाजपा ने दिल्ली को कूड़े से भर दिया। कहने को बीजेपी मेगा सफाई अभियान चलाती हैं, लेकिन दिल्ली के हालात जमीनी स्तर पर कुछ और हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और राजा इकबाल सिंह बड़े-बड़े वादे करते हैं और दावा करते हैं कि मेगा सफाई अभियान चल रहा है। लेकिन जगह-जगह कूड़ा फैला हुआ है।
अंकुश नारंग ने कहा कि जब मैंने और अन्य पार्षदों ने सदन में यह मुद्दा उठाया और मैंने कहा कि सेंट्रल जोन की हालत बहुत खराब है, वहां तुरंत कंसेंशनरी लगानी होगी और कूड़ा उठवाना होगा, तो मेयर ने कहा कि स्टैंडिंग कमेटी में मुद्दा जाएगा, लेकिन स्टैंडिंग कमेटी की पहली बैठक में न कोई कंसेंशनरी, न एजेंसी और न ही सेंट्रल जोन का कोई मुद्दा उठा। उन्होंने कहा कि एक तरफ “आप” दिल्ली की जनता के हित में प्रस्ताव लाती है, वह और दूसरी तरफ, बीजेपी हाउसिंग सोसाइटी, एस्ट्रोइड प्राइवेट होम शेल्टर्स लिमिटेड का प्रस्ताव लाती है। अगर यही प्रस्ताव कूड़े के लिए लाया जाता और स्टैंडिंग कमेटी में उठाया जाता, तो आज सेंट्रल जोन के लोगों को इस बदबू और बीमारियों के बीच नहीं जीना पड़ता। इन्होंने सारा इलाका कूड़ा-कूड़ा कर दिया है।
अंकुश नारंग ने कहा कि राजा इकबाल सिंह को शर्म आनी चाहिए। उन्हें तुरंत प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए। उनका इस सीट पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है। एक पार्षद की मूल जिम्मेदारी है कि इलाके में सफाई करवाएं। अब साउथ, वेस्ट, सिविल लाइंस जोन समेत मेयर के इलाके मजलिस पार्क में भी कूड़े का पहाड़ बनने लगा है। अगर मेयर कूड़ा निपटारा नहीं कर सकते, तो बड़े-बड़े वादे करके दिल्ली की सत्ता में क्यों काबिज हुए? दिल्ली की फसाई बीजेपी के बस की नहीं है। चार इंजन की सरकार होने के बावजूद यह सरकार पूरी तरह फेल है। ये लोग दिल्ली से कूड़ा नहीं उठा पा रहे, न ही इसे मैनेज कर पा रहे।