दिल्ली के लाजपत नगर में मां-बेटे की नृशंस हत्या, दुकान का कर्मचारी ही निकला हत्यारा

News Sewa Desk

नई दिल्ली :-
राजधानी के पॉश इलाके लाजपत नगर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां एक महिला और उसके 14 वर्षीय बेटे की घर में बेरहमी से हत्या कर दी गई.इस दोहरे हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गई है. पुलिस जांच में जो सच सामने आया, उसने परिवार के साथ-साथ पूरे मोहल्ले को झकझोर कर रख दिया.

घटना की जानकारी बुधवार रात करीब 9:43 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को मिली. कॉल करने वाले थे कुलदीप, उम्र 44 वर्ष, जो लाजपत नगर-1 के निवासी हैं.

कुलदीप ने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी और बेटे से बार-बार संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन दोनों फोन नहीं उठा रहे थे.

घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था और सीढ़ियों व गेट पर खून के धब्बे साफ दिखाई दे रहे थे.

सूचना मिलते ही पीसीआर व थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और हालात की गंभीरता को देखते हुए SHO ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दरवाजा तुड़वाया.अंदर का नजारा देखकर सभी स्तब्ध रह गए—घर के भीतर 42 वर्षीय रुचिका सैवानी और उनके कक्षा 10 में पढ़ने वाले 14 वर्षीय बेटे का खून से लथपथ शव पड़ा था.दोनों की हत्या बेहद क्रूर तरीके से की गई थी.
रुचिका अपने पति कुलदीप के साथ लाजपत नगर मार्केट में एक गारमेंट शॉप चलाती थीं. परिवार पूरी तरह सामान्य और प्रतिष्ठित माना जाता था, जिससे यह घटना और भी चौंकाने वाली बन गई.

भरोसे का हत्यारा निकला अपराधी

पुलिस की तफ्तीश में चौंकाने वाला खुलासा हुआ. हत्या का आरोप किसी बाहरी पर नहीं बल्कि दुकान में काम करने वाले 24 वर्षीय कर्मचारी मुकेश पर लगा है. मुकेश मूल रूप से बिहार के हाजीपुर का रहने वाला है और इन दिनों अमर कॉलोनी में किराए पर रह रहा था. वह कुलदीप के गारमेंट शॉप में बतौर ड्राइवर और हेल्पर काम करता था.

घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था.लेकिन दिल्ली पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की जानकारी यूपी पुलिस को साझा की. मुकेश को पकड़ने में सफलता मिली पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (मुगलसराय) पर, जहां वह ट्रेन से भागने की फिराक में था.

अभी तक की जांच में क्या पता चला

पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में आर्थिक विवाद या आपसी मनमुटाव को हत्या की वजह माना जा रहा है, हालांकि आधिकारिक तौर पर पुलिस ने अभी तक हत्या के पीछे की मंशा का खुलासा नहीं किया है. आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया जा रहा है, और जल्द ही उससे गहन पूछताछ की जाएगी.

मोहल्ले में पसरा मातम, लोगों में दहशत

इस निर्मम हत्या की खबर फैलते ही पूरे मोहल्ले में सन्नाटा पसर गया.पड़ोसी नीलम अग्रवाल कहती हैं,
“रुचिका बहुत ही भली महिला थीं, हमेशा मुस्कुराकर मिलती थीं। उनके बेटे की उम्र खेलने-कूदने की थी, वो इतनी बेरहमी से मारा गया… ये सोच कर ही दिल बैठ जाता है.

आगे की कार्रवाई

DCP ने बताया कि मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं. घटनास्थल से फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य इकट्ठा किए हैं.पुलिस का कहना है कि एक बार आरोपी से पूछताछ पूरी होने के बाद पूरे घटनाक्रम पर पर्दा उठ पाएगा