
मुबारकपुर डबास की सुध नहीं लेने पर नगर निगम चुनाव का बहिष्कार करेंगे ग्रामीण
नई दिल्ली. किराड़ी विधानसभा क्षेत्र के गांव मुबारकपुर डबास के प्रति इलाके के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के उपेक्षापूर्ण रवैये, गांव में मूलभूत सुविधाएं लुप्त होने व समस्याओं का अंबार लगने के विरोध में ग्रामीणों को राजनिवास तक पदयात्रा करने से पुलिस ने रोका. ग्रामीणों ने प्रशासन तक अपनी समस्या पहुंचाने के लिए गांव में चक्का जाम किया और जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. ग्रामीणों ने ऐलान किया कि जल्द ही उनके गांव की समस्याओं का समाधान नहीं होने पर वे आगामी नगर निगम चुनाव का बहिष्कार करेंगे.
पुलिस ने राजनिवास तक ग्रामीणों को पदयात्रा करने से रोका
मुबारकपुर डबास के ग्रामीणों ने चौगामा विकास समिति के बैनर तले चक्का जाम किया। इस मौके पर समिति के महासचिव विजेंद्र सिंह डबास ने बताया कि ग्रामीणों ने समस्याओं का समाधान नहीं होने के विरोध में चार अक्तूबर से गांव से राजनिवास तक पदयात्रा करने का निर्णय लिया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनको पदयात्रा करने की स्वीकृति नहीं दी और सुबह पुलिस ने ग्रामीणों को पदयात्रा करने से रोक दिया.
इसके बाद ग्रामीणों ने गांव में नांगलोई रोड पर करीब दो घंटे तक चक्का जाम किया। इस दौरान दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि गांव की समस्याओं के समाधान के लिए ग्रामीणों की दिल्ली सरकार के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कराने की प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। उनके आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया।
विजेंद्र सिंह डबास ने बताया कि गांव मुबारकपुर डबास के चारों ओर ही नहीं, बल्कि मुख्य सड़क व गलियों में भी बारिश का पानी जमा है। गांव का आसपास के गांवों व कालोनियों से सड़क संपर्क टूटा हुआ है.
गांव में गंदे पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण अधिकांश गलियां व नालिया जर्जर हो चुकी है. गांव में स्थित नगर निगम स्कूल के सामने दो वर्ष से अधिक समय से सड़क टूटी होने के कारण बसें बंद हो गई है. गांव में वर्षों से पहले खोला गया डाकघर बन्द कर दिया. नगर निगम ने आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी और हिंदी अकादमी ने लाइब्रेरी बंद कर दी है. गांव में प्रतिदिन पेयजल आपूर्ति नहीं होती है। गांव के पार्कों की दुर्दशा हो गई है.
सामुदायिक केंद्र के माध्यम से ग्रामीणों को कोई सुविधा नहीं दी गई है।