
दिल्ली नगर निगम ( एमसीडी )
राजधानी दिल्ली के नगर निगम को दिल्ली नगर निगम कहा जाता है . दिल्ली नगर निगम को शार्ट में एमसीडी ( MCD) कहा जाता है .
एमसीडी का दिल्ली के कूल 9 जिलों में कार्यरत है . दिल्ली मैं कार्यरत तीन नगर पालिकाओं में से एक दिल्ली नगर निगम है बाकी दो नगरपालिका नई दिल्ली नगरपालिका और दिल्ली छावनी बोर्ड है .
दिल्ली नगर निगम 137.80 लाख नागरिकों को सेवाए प्रदान कर रही है , अगर हम बात दिल्ली नगर निगम के क्षेत्रफल की करें तो इसका क्षेत्रफल 1397 वर्ग किलोमीटर है यह क्षेत्रफल के हिसाब से टोक्यो से पीछे है .
दिल्ली नगर निगम का गठन 7 अप्रैल 1948 को भारतीय संसद के अधिनियम के अंतर्गत की गई थी. शुरुआत में दिल्ली नगर निगम को दिल्ली म्युनिसिपल कमिटी (DMC) के नाम से जाना जाता था ,बाद में इसका नाम बदलकर दिल्ली नगर निगम कर दिया गया त्रिलोक चंद्र शर्मा दिल्ली के पहले मेयर बने
अधिनियम 1992 में संशोधन किया गया जिसमें निगम के कार्य शासन और प्रशासन स्तर पर कई बदलाव किए गए थे.
वर्ष 2012 को दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्से में बांटा गया है . दिल्ली की तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार के प्रस्ताव को केंद्र की मनमोहन सिंह की सरकार की मंजूरी पर
13 जनवरी 2012 को दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्सों में बांट दिया गया.
1. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम 2. उत्तरी दिल्ली नगर निगम 3. पूर्वी दिल्ली नगर निगम
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम में 104 वार्ड शामिल किया गया जबकि पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड को रखा गया.
एमसीडी क्षेत्र 13 मंडल में बंटा हुआ है .
उत्तरी दिल्ली नगर निगम
1. पीतमपुरा
2. करोल बाग
3. सदर पहाड़गंज
4. सिविल लाइंस
5. नरेला
6. रोहिणी
7. केशव पुरम
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम
8. सेंट्रल दिल्ली
9. साउथ दिल्ली
10.वेस्ट दिल्ली
11. नजफगढ़
पूर्वी दिल्ली नगर निगम
12. शाहदरा साउथ
13. शहादरा नार्थ