
दिल्ली के यमुना पार इलाके में एम्स जैसे अस्पताल बनाने की गौतम गंभीर और मनोज तिवारी ने रखी मांग
नई दिल्ली . यमुनापार क्षेत्र के दोनों सांसद मनोज तिवारी एवं गौतम गंभीर ने एक संयुक्त बयान जारी कर यमुनापार क्षेत्र की लगभग 80 लाख से अधिक जनता और सीमावर्ती उत्तर प्रदेश के शहरों में रहने वाले लोगों को अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था देने की वकालत की है और इस बाबत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को मिलकर पत्र द्वारा यमुनापार क्षेत्र में एक एम्स जैसा आधुनिक सुविधा युक्त अस्पताल खोलने की मांग की ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन एवं आयुष्मान भारत योजना यमुना पार एवं सीमावर्ती यूपी के शहरों के लिए वरदान सिद्ध हो सकता है :मनोज तिवारी
जारी प्रेस बयान में सांसद मनोज तिवारी ने कहा की आजादी के बाद विकास के लिहाज से यमुना पार क्षेत्र के हिस्से में हमेशा ही उदासीनता और अभाव नजर आया है और जिसका खामियाजा क्षेत्र के 80 लाख से अधिक लोगों को भुगतना पड़ा है अगर स्वास्थ्य व्यवस्था की बात करें तो हर वर्ष बड़ी संख्या में लोग अपनी जान से हाथ धोने को मजबूर हैं जिसका बड़ा कारण लचर स्वास्थ्य व्यवस्था है और हाल ही में कोरोना महामारी के दौरान सैकड़ों परिजनों ने बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के हाथों अपने परिजनों को भेंट चढ़ते देखा है और अब वह समय आ गया है कि एक जनप्रतिनिधि होने के नाते मैं अपने क्षेत्र की जनता की आवाज बनूं और यमुनापार में एक एम्स जैसा आधुनिकतम सुविधाओं से युक्त अस्पताल खोलने के लिए सरकार में क्षेत्र की ओर से पहल करूं उन्होंने कहा एम्स जैसा अस्पताल न सिर्फ यमुनापार क्षेत्र के डेढ़ करोड़ से अधिक आबादी के लिए वरदान सिद्ध होगा बल्कि उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लगभग इतने ही लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा
एम्स जैसा अस्पताल यमुनापार क्षेत्र की जरूरत , 6 साल में बीमार और लाचार हुईं स्वास्थ्य व्यवस्था , स्वास्थ्य सुरक्षा के अभाव में लोगों में लोगों को मरते हुए नहीं देख सकता : गौतम गंभीर
पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने जारी प्रेस बयान में कहा है एम्स जैसा अस्पताल और आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था यमुनापार क्षेत्र के लोगों की जरूरत है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुष्मान भारत योजना पूरे देश में करोड़ों गरीबों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है जबकि गरीबों के जीवन और इस योजना के बीच केजरीवाल दीवार बनकर खड़े हैं जबकि हमारे क्षेत्र में रहने वाले लाखों गरीब परिवारों की की नितांत आवश्यकता है अगर क्षेत्र में एम्स जैसा बेहतर तकनीक वाला अस्पताल खुलेगा तो हमारे संसदीय क्षेत्र के लाखों लोगों के लिए न सिर्फ स्वस्थ जीवन के द्वार खोलेगा बल्कि स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में कोई गरीब अपनी जान गवाने के खतरे से भी बच सकेगा दशकों तक गरीबों की यह पीड़ा पता नहीं सरकार तक पहुंची या नहीं लेकिन अब समय आ गया है जब दिल्ली के कुशासन और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के भरोसे करोड़ों लोगों को नहीं छोड़ा जा सकता है और एम्स जैसा अस्पताल और क्षेत्र की जरूरत को पूरा करने के लिए मैं सरकार में पहल करूंगा।इसके साथ ही प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी पर भी अंकुश लगाने के लिए एक बड़े एम्स जैसे अस्पताल की ज़रूरत है ।