
दिल्ली की तीनों निगमों को एक करने की चर्चाए तेज, रोटेशन के दायरे में आने वाले पार्षदों में उम्मीद जगी
नई दिल्ली . दिल्ली नगर निगम चुनाव से पहले तीनों निगमों को एक करने की चर्चा तेज हो गई है . कयास लगाया जा रहा है कि चुनाव से पहले इस संबंध में फैसला ले लिया जाएगा और निगमों के आर्थिक हालात को देखते हुए इसे दोबारा से एक किया जाएगा.
निगमों के एक होने की चर्चा से उन निगम पार्षदों की उम्मीदें एक बार फिर जगी है , जिनका सीट रोटेशन के दायरे में आकर आरक्षित हो गई है . ऐसे में माना जा रहा है कि अगर तीनों निगमों को एक किया जाता है . तो फिर से दिल्ली की सभी 272 सीटों को लेकर रोटेशन होगा.
ऐसे में मौजूदा रोटेशन के तहत आरक्षित सीटों में बदलाव हो सकता है.
आपको बता दें कि दिल्ली नगर निगम के विभाजन के बाद से ही निगमों की आर्थिक हालात खराब है. हालत यह है कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम और उत्तरी दिल्ली नगर निगम अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन देने की भी स्थिति में नहीं है .
निगम कर्मचारियों को वेतन की मांग को लेकर आए दिन हड़ताल करना पड़ता है. हालांकि इसके लिए भाजपा नेता अरविंद केजरीवाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं . भाजपा नेता का कहना है कि दिल्ली सरकार निगम के हिस्से का फंड नहीं देती जिसकी वजह से निगम की आर्थिक हालात खराब हुई है.
दिल्ली नगर निगम के कर्मचारी की तरफ से लगातार निगमों को एक करने की मांग उठाई जाती रही है लेकिन सामने आकर कभी भी सत्ता पक्ष के भाजपा नेताओं और विपक्षी आम आदमी पार्टी के नेताओं की तरफ से इसे एक करने की मांग कभी नहीं की गई.
आपको बता दें कि वर्ष 2011 में तत्कालीन शीला दीक्षित सरकार ने दिल्ली दिल्ली नगर निगम को तीन हिस्से में बैठकर साउथ दिल्ली नगर निगम , उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम बनाया था . इस बंटवारे के बाद से ही उत्तरी दिल्ली नगर निगम और पूर्वी दिल्ली नगर निगम की आर्थिक हालात ठीक नहीं है इन निगमों की आमदनी के स्रोत बहुत कम है जिसकी वजह से आर्थिक हालात और भी बुरे है.
जानकारों का कहना है कि केंद्र सरकार अध्यादेश लाकर दिल्ली की तीनों निगमों को फिर से एक कर सकती है सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार इस पर विचार कर रही है ऐसे में माना जा रहा है कि अगर तीनों निगमों को फिर से एक किया जाता है तो अप्रैल में संभावित चुनाव 6 महीने के लिए टल सकता है .
हालांकि इन सब चर्चाओं के बीच चुनाव आयोग ने दिल्ली नगर निगम का चुनाव कराने की तैयारी में जुटा है . चुनाव आयोग दिल्ली की तीनों नगर निगमों में चुनाव के मद्देनजर अलग-अलग रोटेशन पॉलिसी भी लागू कर चुका है . नए रोटेशन पॉलिसी में ज्यादातर सीटों का आरक्षण बदल गया है.